कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गाँधी ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तथा महासचिवों से वर्चुअल मीटिंग की. यह बैठक तब हुई है जब किसानों और सरकार के बीच आठवें दौर की वार्ता भी असफल हो गई है. किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है. कल किसान नेताओं और सरकार के बीच एकबार फिर बातचीत हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया. बैठक के एक दिन पहले किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला था जो बहुत सफल हुआ था. गणतंत्र दिवस के मौके पर भी किसानों ने ट्रैक्टर द्वारा परेड करने का फैसला किया है.

कांग्रेस नेताओं के साथ वर्चुअल मीटिंग में तय किया गया है कि कांग्रेस पार्टी किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए 15 जनवरी को देशभर में बड़ा प्रदर्शन करेगी. कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा सभी राज्यों के राजभवनों का घेराव किया जायेगा और सोशल मीडिया पर भी एक कैम्पेन चलाया जाएगा. इस पूरे प्रदर्शन का मकसद किसानों के साथ खड़ा दिखना है. कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ खड़े दिखने का कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहती. कल भी पार्टी ने सोशल मीडिया पर ‘हैशटेग किसान के लिए बोले भारत’ नाम का एक कैम्पेन चलाया था जो दिनभर ट्विटर पर टॉप पर ट्रेंड होता रहा.

शाम को IYC द्वारा किसान आंदोलन में शहीद हुए लोगों के सम्मान में दिया जलाया गया था. किसान नेताओं और सरकार के बीच अगली वार्ता 15 जनवरी को होनी है. किसान किसी भी तरह के संशोधन कर मामले को टालने की जगह तीनों कानूनों को रद्द करने और MSP की गारंटी देने की बात पर अड़ गए हैं. किसानों ने साफ कह दिया है कि बिना जीत दर्ज किए वो वापस घर नहीं लौटेंगे चाहे यह जंग 2024 तक क्यों न लड़नी पड़े.
